मथुरा शहर (उ. प्र.) में सन् १९३६ में जन्मी श्रीमती इंदु प्रभा सेठ अपने विद्यार्थी काल से ही हिंदी साहित्य की सेवा में सतत् सक्रिय हैं । आप के अनुसार –“लेखन एक सरल एवं चिर स्थायी बंधनहीन विधा है जो हृदय का सापेक्ष आनन्द भी है ।“
हिन्दी साहित्य के प्रति अपार स्नेह ही इस ८४ वर्षीय लेखिका का प्रेरणा स्त्रोत है ।आपकी हिन्दी साहित्य के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण की भावना से प्रेरित हो, हिन्दी भाषा को सर्वव्यापक एवं लोकप्रिय बनाने हेतु एवं हिंदी भाषा के नवोदित लेखकों, कवियों एवं रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए इनर सर्च फाउंडेशन ने अगस्त २०२० में इन्दु प्रभा पुरस्कार स्थापित किया